एसएसपी पंकज भट्ट ने अग्निसुरक्षा सप्ताह का किया गया शुभारंभ- सप्ताह भर पुलिस के फायरफाइटर्स द्वारा लोगों को अग्नि सुरक्षा के संबंध में किया जाएगा जागरूक

एसएसपी पंकज भट्ट ने अग्निसुरक्षा सप्ताह का किया गया शुभारंभ- सप्ताह भर पुलिस के फायरफाइटर्स द्वारा लोगों को अग्नि सुरक्षा के संबंध में किया जाएगा जागरूक

रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- 14 अप्रैल से आगामी 7 दिनों तक भारत वर्ष में “अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह” मनाया जाता है इसी कड़ी में आज नैनीताल जिले के एसएसपी पंकज भट्ट द्वारा हल्द्वानी से हरी झंडी दिखाकर सम्पूर्ण जनपद नैनीताल स्तर पर अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया गया।
अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह के दौरान फायर ब्रिगेड कर्मियों द्वारा जनपद विभिन्न कारखानों, शैक्षणिक संस्थाओं, ऑइल डिपो, गैस डिपो सहित इत्यादि जगहों पर जाकर आम जनमानस को अग्नि से बचाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा अग्निशमन सप्ताह के अंतर्गत नागरिकों को अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के संबंध में जागृत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।
इसका उद्देश्य अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति नागरिकों को जागरूक करना है क्योंकि आपातकालीन स्थिति में अग्निकांड के दौरान तेज उठती लपटें और उनके बीच किसी के उजड़ते आशियाने को बचाने की मंशा अग्निशमनकर्मियों में देखने को मिलती है क्योंकि वे हर दिन आग से खेलने का काम करते हैं। इस खतरनाक काम को अंजाम देते हुए उन्हें अपनी जान की भी फिक्र नहीं होती, फिक्र होती है तो उन्हें सिर्फ उस जलते मंजर या फिर उसमें धधकती जिंदगी को बचाने की।

क्योंकि आग लगने वाली जगहों पर पुलिस विभाग के फायरमैन सिर्फ एक फोन कॉल पर ही दौड़ पड़ते हैं और दूसरों के हिस्से की तपन को झेलते हुए जनता की रक्षा व सुरक्षा के लिए कृत संकल्पित अपने कार्यों को अंजाम देते हैं।
आज से प्रारंभ होने वाले अग्निशमन सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी नैनीताल संजीवा कुमार द्वारा हल्द्वानी क्षेत्र अंतर्गत रैली निकालकर आम जनमानस को अग्नि सुरक्षा के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया।
नैनीताल शहर में द्वितीय अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व अग्निशमन दल की टीम के सदस्यों द्वारा शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों मैं जाकर अग्नि सुरक्षा के संबंध में लोगों को जागरूक करते हुए पंपलेट बांटे गए।
आपको बता दें विगत 14 अप्रैल, 1944 को मुम्बई बंदरगाह में फोर्टस्टीकेन नामक मालवाहक जहाज जिसमें रूई की गांठें, विस्फोटक एवं युद्ध उपकरण भरे हुए थे, जिसमें अचानक आग लग गयी थी। आग को बुझाते समय जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने व अग्नि से बचाव के उपाय बताने के लिए देशभर में यह दिवस मनाया जाता है और आज से ही अग्नि सुरक्षा दल द्वारा संपूर्ण सप्ताह भर आम जनमानस को अग्नि सुरक्षा के बचाव के बारे में जागरूक किया जाता है।

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