रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- नैनीताल निवासी कर्नल केएस धामी का आज सुबह लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया।
कर्नल धामी ऊंचापुल हल्द्वानी में रह रहे थे,जहा उनकी तबियत बिगड़ने के बाद निधन हो गया।
अपने पीछे वो अपनी पत्नी,दो पुत्र,एक पुत्री और पोते पोतियां छोड़ गए है।
कर्नल धामी का जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के समीप मौड़ गांव में एक सैनिक परिवार में सन 1928 में हुआ था।
उन्होंने अपनी पढ़ाई किंग जॉर्ज स्कूल अजमेर से पूरी की।
कर्नल धामी अपने समय के प्रसिद्ध मुक्केबाज भी रहे। उन्हें 1952 में तीसरी जाट रेजिमेंट में भारतीय सेना में नियुक्त किया गया,जिसके बाद उन्होंने 9वी जाट रेजिमेंट में माँ भारती की सेवा कर देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाया।
उन्होंने असम राइफल्स में शामिल किया गया था,उन्होंने 1965 में जम्मू कश्मीर में कई बड़े ऑपरेशन में हिस्सा लिया।
1971 में उन्हें 22 इस्टेबलिशमेंट में तैनात किया गया,और वो बांग्लादेश अलग होने के दौरान मुक्ति वाहिनी प्रशिक्षण में शामिल हुए थे। एनसीसी में उनकी आखिरी पोस्टिंग नैनीताल में मिली। यहां गॉर्डन हाउस में उनके साथ उनकी पत्नी शांति धामी दो पुत्र एयर कमाडोर किशोर धामी,और एलआईसी अधिकारी सुरेश धामी और बेटी माला शाह साथ रहे,लेकिन रिटायरमेंट के बाद कर्नल धामी हल्द्वानी के ऊंचा पुल में रहने लगे थे।
आज लंबी बीमारी के बाद उनके निधन पर नैनीताल ही नही बल्कि हल्द्वानी में भी शोक व्याप्त हो गया है। उनका अंतिम संस्कार हल्द्वानी राजपुरा शमशान घाट में किया गया।
नैनीताल में कर्नल धामी एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व के तौर पर जाने जाते हैं, देश की सुरक्षा के लिए उनके योगदान को सदियों तक याद रखा जाएगा।