बीडी पाण्डे स्कूल ऑफ नर्सिंग नैनीताल में अव्यवस्थाओं का अंबार- शिक्षकों व स्टाफ की कमी से जूझ रहे स्कूल में अपने सीमित संसाधनों से काम चला रहे हैं कर्मचारी

बीडी पाण्डे स्कूल ऑफ नर्सिंग नैनीताल में अव्यवस्थाओं का अंबार- शिक्षकों व स्टाफ की कमी से जूझ रहे स्कूल में अपने सीमित संसाधनों से काम चला रहे हैं कर्मचारी

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- पर्यटन नगरी नैनीताल का प्रसिद्ध बीडी पाण्डे स्कूल ऑफ नर्सिंग प्रशासनिक उदासीनता के चलते बदहाल बना हुआ है।
1967 में बना ये नर्सिंग स्कूल अपने कई दौर देख चुका है और इस सफर में हजारों बच्चों का भविष्य भी बन रहा है मगर आज के परिपेक्ष में देंखे तो ये अपनी बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है।
दरअसल जिला मुख्यालय में स्थित नर्सिंग स्कूल में वर्तमान में डिप्लोमा कोर्सेज के तीन बैच चल रहे हैं जिसमें 99 बच्चे शामिल हैं मगर अफसोस की बात है कि यहाँ पर कर्मचारियों की भारी कमी है।
स्कूल में टीचिंग के साँथ ही क्लेरिकल,स्वच्छक,स्टोर कीपर,कुक व लाइब्रेरियन के पद खाली हैं इतना ही नहीं स्कूल के पास अपनी गाड़ी भी नहीं है।

बच्चों को पढ़ाने के लिये संसाधनों की भी कमी है और स्कूल की बिल्डिंग भी रखरखाव के चलते ख़स्ताहाल हो गई है सबसे बड़ी बात ये कि स्कूल के चारो ओर सुरक्षा दीवार नहीं है जो सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है।
नर्सिंग स्कूल की बदहाल स्थिति से उच्चाधिकारी भलीभांति वाकिफ है स्कूल की तरफ से इस संबंध में कई बार पत्राचार किया जा चुका है मगर आज तक इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया गया।

स्कूल में 4 नियमित शिक्षक व प्रधानाचार्य अपने सीमित संसाधनों से बच्चों को बेहतर सुविधा व सुरक्षित माहौल देने में अपना पूरा समय लगा रहे हैं और उसका ही नतीजा है कि यहाँ पर बच्चों को स्वच्छ शैक्षणिक माहौल भी मिल रहा है ऐसे में अगर जिम्मेदार चिकित्सा शिक्षा महकमा इन समस्याओं पर गौर करे तो बीडी पाण्डे स्कूल ऑफ नर्सिंग अपने शानदार सफर को तय कर बच्चों के भविष्य निर्माण में अपनी अहम भूमिका का भी निर्वहन करेगा।

उत्तराखंड