रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- प्रसिद्ध धार्मिक संस्था श्री राम सेवक सभा में आज पूस के पहले इतवार को कुमाऊनी संस्कृति के अनुसार होली गायन का भव्य शुभारंभ हो गया है।
पूस मास सूर्य देव को समर्पित तथा उनका प्रिय मास है जिसमें सूर्य की आराधना निरोग रहने के साँथ ही रोड भेट भगवान को चढ़ाने की परपरा है। पूस मास के पहले इतवार से निर्वाण की होली गायन की परंपरा है जो बसंत पंचमी यानी शिवरात्रि तक चलेगी।
निर्वाण होली में कल्याणी धमार के साथ भगवान की स्तुति भक्ति परख के साथ दर्शन,रहस्य,आध्यात्म, धार्मिक भाव से भरी होती है।
आज इस होली गायन में गाइए गणपति नंदन गज विनायक,शंकर सुमन भवानी के नंदन ,, मय्या के मंदिर में दीपक जलाऊंगी प,भाव भजन गुन गऊ अपने श्याम को रिझाऊं न गंगा नहाऊ न जमुना नहाउ,आज बाजी री मुरलिया जमुना किनारे , जतन बिराजे बिराजत रंग शिव की जटा से निकली गंगा भवसागर में समाई , झूमक आए मोहन गिरधारी श्याम सुंदरवावा मोहन मतवारे प्रस्तुत की गई।