रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- पर्यटन नगरी नैनीताल की लाइफ लाइन नैनीझील जो न केवल शहर में पेयजल आपूर्ति का एक मात्र माध्यम है बल्कि पर्यटन का केन्द्र भी है अगर कहें कि नैनीझील से नैनीताल का अस्तित्व जुड़ा है तो अतिशोयक्ति नहीं होगी।
इतनी महत्वपूर्ण होने के बाद भी इसका अस्तित्व उधारी में चल रहा है आपको बता दें 2017 से पूर्व झील व नालों के रखरखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के पास था जिसे बाद में सिंचाई विभाग को सौंप दिया गया।
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नैनीझील को रिचार्ज करने का मुख्य स्रोत इसमें गिरने वाले नाले हैं वैसे तो शहर में 5 दर्जन से अधिक नाले हैं और सीधे तौर पर जो झील में गिरते हैं उनकी संख्या 44 है पिछले वर्ष तक झील व नालों के रखरखाव के लिये स्पेशल बजट मिलता था पिछले वर्ष भी इस मद में डेढ़ करोड़ का बजट मिला था लेकिन इस वर्ष शासन ने बजट सभी नहरों के साँथ इन्हें मर्ज कर दिया उसके बाद ये स्पेशल बजट तो बंद हुआ ही साँथ ही नए मद में भी अब तक सिंचाई विभाग को बजट नहीं मिला।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के एस चौहान के मुताबिक चूंकि इस वर्ष दैवीय आपदा से भी नाले काफी क्षतिग्रस्त हुवे हैं और झील के अस्तित्व के लिये इनकी सफाई व रखरखाव जरूरी है शासन से दैवीय आपदा मद में धनावंटन की मांग की है लेकिन अभी तक विभाग के हाथ खाली हैं ऐसे में इनका रखरखाव बड़ी चुनौती है।
चौहान के मुताबिक फिलहाल सब उधार में चल रहा है उन्होंने उम्मीद जताई कि शासन झील व नालों के लिये जल्द बजट करे ताकि नैनीझील के अस्तित्व पर संकट ना आये।।।।।