नीति आयोग का खुलासा- नैनीताल में स्वच्छ आबोहवा के बावजूद बढ़ रही है कई बीमारियां- जीवन शैली बनी एक बड़ी वजह

नीति आयोग का खुलासा- नैनीताल में स्वच्छ आबोहवा के बावजूद बढ़ रही है कई बीमारियां- जीवन शैली बनी एक बड़ी वजह

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- पिछले करीब एक महीने से नैनीताल शहर में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अध्ययन कर रही नीति आयोग ने लोगों की सेहत को लेकर बड़ा खुलासा किया है जिसकी सबसे बड़ी वजह जीवन शैली को पाया गया।
दरसअल नीति आयोग ने यूएस ऐड संस्थान के साँथ मिलकर अर्बन हेल्थ केयर गवर्नेंस में सुधारीकरण को लेकर देशभर के आठ शहरों में स्वास्थ्य सर्वेक्षण का कार्यक्रम चलाया है जिसमें उत्तराखंड के नैनीताल को भी शामिल किया है इसका मकसद है कि नैनीताल शहर का विस्तृत अध्ययन कर समूचे पर्वतीय क्षेत्रों को बेहतर ढंग से समझा जा सके और यहाँ किस तरह के स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें है इसके अलावा जो डॉक्टर्स लोगों का उपचार कर रहे हैं उनके सामने क्या-क्या चुनौतियां है?
इन्ही सारी जमीनी दिक्कतों को जानने व समझने के लिये नीति आयोग की टीम ने बीते रोज जिला प्रशासन,नगर पालिका व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साँथ संवाद कर स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर करने को लेकर मंथन किया।
एसडीएम प्रतीक जैन ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि नीति आयोग ने एक महीने स्वास्थ्य सर्वे के बाद अपनी अध्ययन रिपोर्ट का खुलासा करते हुवे बताया कि स्वच्छ आबोहवा व प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर शहर होने के बावजूद यहाँ लोगों की जीवन शैली में नकारात्मक बदलाव आये हैं जिसकी वजह से डायविटीज,टीबी,कैंसर व किडनी में स्टोन सहित कई बीमारियां घर कर रही हैं।
एसडीएम जैन ने बताया कि रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि यहाँ पर शराब व नशे का अधिक सेवन लोगों में पाया गया है जो कि चिंता का विषय है।
जैन ने बताया देश के आठ शहर लुधियाना,वारंगल,मंगलौर, शिलांग,रांची,जोधपुर,जबलपुर व नैनीताल में अध्ययन कार्य पूर्ण होने के बाद आगामी 25 जून को दिल्ली में एक बड़ी कार्यशाला का आयोजन होगा जिसमें उक्त सभी आठ शहरों के जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे उसके बाद एक बड़ी कार्य योजना को तैयार किया जायेगा।

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