बेहतरीन रखरखाव व देखरेख का नतीजा- नैनीताल जू में औसत उम्र से ज्यादा जीवन जी रहे हैं गुलदार

बेहतरीन रखरखाव व देखरेख का नतीजा- नैनीताल जू में औसत उम्र से ज्यादा जीवन जी रहे हैं गुलदार

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- गोविंद बल्लभ पन्त प्राणी उद्यान यानि नैनीताल जू जो न केवल नैनीताल की शान है बल्कि ये पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है।
हर वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी नैनीताल जू में हिमालयन जानवरों व पक्षियों के दीदार को आते हैं।

वैसे तो जू में पशु-पक्षियों की अनेक प्रजातियां हैं पर जो सबको अपनी और आकर्षित करते हैं वो हैं अकबर,एंथनी और सूरदास(गुलदार) जी हां ये जू की शान हैं और सबसे अच्छी बात ये कि लगभग दो दशक से जू की शान बड़ा रहे हैं सुनकर शायद आपको आश्चर्य हो रहा होगा क्योंकि गुलदार की औसत आयु 10 से 12 वर्ष ही होती है लेकिन जू प्रबंधन के बेहतरीन रखरखाव,खानपान की उचित व्यवस्था,समय-समय पर चिकित्सकीय जांच व कीपरों की सेवा,तत्परता व समर्पण का नतीजा है कि आज सूरदास 20 वर्ष और अकबर भी लगभग 18 बसंत देख चुका है और अभी भी दोनों स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
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जू की बेहतरीन व्यवस्था के परिणाम स्वरूप आज यहां गुलदार औसत उम्र से कहीं लम्बा जीवन जी रहे हैं।

कहते हैं “जानवरों को भी तालीम मिले,शायद इंसान से बेहतर हो जायें” यकीन मानिये हम ये तो नहीं कहेंगे कि ये कितने बेहतर बने पर आज यहां आने वाले पर्यटकों से लेकर शहर का बच्चा-बच्चा इनका दोस्त है और अकबर,एंथनी व सूरदास सभी कीपरों की आहट पहचान जाते हैं जिनकी देखरेख के चलते ये उम्र के इस पड़ाव पर भी स्वस्थ हैं और सबके ध्यानाकर्षण का केंद्र भी।।।।

उत्तराखंड