रिपोर्ट- नीरज सिंह मेहता वरिष्ठ संवाददाता धारचूला
धारचूला-(उत्तराखंड)- धारचूला के उच्च हिमालय क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर द्वारा तीन उड़ान से ग्राम चल,गुंजी और कनार के बीमार लोगो को एयर लिफ्ट किया गया।
व्यास घाटी में आई आपदा की जांच के लिए हेली से टीम रवाना हुई रविवार को हेली ने तीन उड़ान द्वारा 4 बीमार व्यक्तियो के साथ कुल 17 लोगो का रेस्क्यू किया।
रविवार को ही धारचूला के दिव्यांग गोपाल सिंह और उनकी पत्नी जयंती को ग्राम सभा कनार पहुंचाया गया साथ ही ग्राम कनार के बीमार व्यक्ति को हेली से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। पिछले दिनों ग्राम नाबी में गाड़ से नुकसान और कालापानी में गाड़ के बड़े पानी से मलवा आने से 50 बकरियो की मौत हो गई थी। व्यास सड़क बंद होने से उप जिलाधिकारी के निर्देश पर आपदा से हुए नुकसान का निरीक्षण हेतु राजस्व निरीक्षक विभाग,सिंचाई विभाग,पशुपालन विभाग की टीम को हेली से गूंजी भेजा गया।
उप जिलाधिकारी दिवेश शाशनी ने बताया की सरकार द्वारा धारचूला और मुनस्यारी के दुर्गम क्षेत्रों के ग्रामीणों राहत देने के लिए धारचूला हेलीकॉप्टर 14 जुलाई को ही आ गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार को सूचना मिली थी दारमा घाटी के ग्राम चल और व्यास घाटी के ग्राम गूंजी और ग्राम कनार से कुछ बीमार लोगो की जानकारी मिली थी।
सूचना मिलने पर हेली द्वारा रविवार को सभी बीमार व्यक्तियो का रेस्क्यू कर लिया है।
उप जिलाधिकारी ने बताया की 14 जुलाई से 16 जुलाई तक 21 लोगो को हेली से रेस्क्यू कर लिया है।
हेली सेवा शुरू होने से स्थानीय लोगों ने सरकार का आभार जताया है।