रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड के सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम का मानना है कि पिरूल से बिजली बनाने की योजना में अब तकनीक और वित्तीय अध्ययन की आवश्यकता है क्योंकि योजना शुरू करने से पहले इन दोनों ही पहलुओं पर गहराई से अध्ययन नहीं हुआ है।
सचिव ऊर्जा सुंदरम का कहना है कि उरेडा को पिरूल से बिजली बनाने के बारे में कोई आईडिया नहीं है पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के समय शुरू हुई पिरूल से बिजली बनाने के कई प्रोजेक्ट बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं जिसमें अब सचिव ऊर्जा का कहना है कि इस विषय पर मुख्य सचिव के द्वारा एक बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी चीजों का अध्ययन किया जाएगा साथ ही मुख्य सचिव के साथ होने वाली इस बैठक से पहले सचिव ऊर्जा स्वयं पिरूल से जुड़ी हुई योजनाओं पर काम कर रहे लोगों से बातचीत करेंगे और तकनीकी और वित्तीय अध्ययन की समीक्षा करेंगे।
सचिव ऊर्जा का मानना है कि अभी तक उरेडा इस दिशा में काम कर रहा था जबकि उरेडा को इस बारे में कोई तकनीकी जानकारी नही है इसलिए अब सबसे पहले इस विषय पर तकनीकी अध्ययन की जरूरत है।