रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- सरोवर नगरी नैनीताल के अस्तित्व से जुड़े बलियानाले में बीते कई वर्षों से लगातार भूस्खलन हो रहा है इसकी वजह से हरिनगर और रईस होटल का काफी हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ चुका है अब तक कई लोग अपना घर खाली करके वहाँ से जा चुके हैं।
नैनीताल के अस्तित्व बलियानाले को लेकर शासन व प्रशासन की तरफ से पूरे इलाके का समय-समय पर भूगर्भ वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च भी कराया गया मगर ठोस समाधान नहीं निकला और बरसात के दिनों में फिर इस क्षेत्र में भूस्खलन होता रहता है जो एक बड़ी समस्या पैदा करता है।
इन्ही सारी दिक्कतों को देखते हुवे सिंचाई विभाग ने बीते जनवरी में जेनस्ट्रू(जियोटेक्निकल एनवायरनमेंट एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग कंपनी) से बलियानाले के ट्रीटमेंट को लेकर एक सर्वे कार्य शुरु किया था जिसका कार्य करीब करीब पूरा हो चुका है और आगामी मई में कंपनी की तरफ से विभाग को सर्वे रिपोर्ट सौंपी जानी है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के एस चौहान ने बताया कि बलियानाले का डाटा कलेक्ट कर लिया है और मई में कंपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सबमिट कर देगी जिसमें ट्रीटमेंट को लेकर क्या-क्या कार्य किये जा सकते हैं उसकी विस्तृत कार्य योजना सरकार को प्रस्तुत की जायेगी।

चौहान ने कहा बलियानाला नैनीताल के लिये बहुत महत्वपूर्ण विषय है लिहाजा सरकार व विभाग इसको लेकर गंभीर है और इसके ट्रीटमेंट को लेकर बड़ा वर्क प्लान तैयार कर कार्य शुरु किया जायेगा।