विशेष- 25 साल बाद बैसी

विशेष- 25 साल बाद बैसी

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- नैनीताल के धानाचुली स्थित गोरखनाथ मंदिर में वैसी आयोजित हुई 25 साल के बाद बैसी का आयोजन ग्रामीणों द्वारा किया गया।


विकासखंड धारी के धानाचुली गांव में तन मन व श्रद्धा से गांवो के भक्तजन देवी देवताओं की आराधना करते हैं बैसी 22 दिन तक चलती है जिसमें परंपरागत तरीके से देव डांगर व भक्त शामिल होते हैं जो 22 दिनों की साधना में 11 दिनों तक एक टाइम फलाहार करते हैं साथ नृत्य जागरण करते हैं।
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12 दिन से एक टाइम का भोजन कर रोज जागरण करते हैं और 21वें दिन मंदिर में जागर लगाकर देवता अवतरित किए जाते हैं जिसमें डंगरियों के अवतरण करने वाले गुरुदास ढोल बजाकर देवी देवताओं की स्तुति का बखान कर अलग अंदाज में विनती करता है जिससे पंच नाम देवताओं में सैम,हरजू,स्यूरा, प्यूरा व गोल्ज्यू देवताओं के डंगरिये अवतार लेकर अलग अलग अंदाज में नाचते हैं तथा लोगों की मनोकामना का फल इस जागर में दिया जाता है।
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सभी ग्रमीणों द्वारा श्रद्धा भाव से देवताओं और गुरु गोरखनाथ मंदिर में अवतरित डंगरियो की पूजा अर्चना करते हुए सुख समृद्धि की कामना की जाती है। बैसी धानाचूली गांव में पूर्ण परंपरागत तरीके से आयोजित हुई जिसमें गांव के रतन सिंह, हरि सिंह,राम सिंह,महेश सिंह, पुष्कर सिंह,गोपाल सिंह,नकुल बिष्ट आदि भक्तों ने प्रमुख भूमिका निभाई इस बैसी आयोजन में पूरे गांव के ग्रामीणों सहित कई सामाजिक संगठनों ने पूरे श्रद्धा भाव से हिस्सा लिया।

उत्तराखंड