रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड में भाजपा को विधानसभा चुनाव-2022 में मिली प्रचंड जीत के बाद से नई सरकार के गठन को लेकर भाजपा ने मंथन शुरु कर दिया है।
सूबे के कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी के खटीमा से चुनाव हार जाने के बाद से सीएम चेहरे को लेकर कयासबाजी का दौर शुरु हो गया है और जिन नामों पर कयास लगाये जा रहे हैं उनमें राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी,पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट शामिल हैं।
उत्तराखंड भाजपा सरकार में मुखिया कौन होगा किसके सर ताज सहेगा ये तो पार्टी आलाकमान तय करेगा मगर इस पूरे सियासी चक्र में भाजपा के केंद्रीय नेताओं का नाम सोशल मीडिया पर जोरो से चल रहा है।
जब इस पूरे मामले में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से जानना चाहा तो उन्होंने कहा ये केंद्र व पार्टी का विशेषाधिकार है कि वो किसको जिम्मेदारी दें चाहे किसी का भी नाम चल रहा हो और कयास लगाये जाते हैं मगर अंततोगत्वा ये तय करना आलाकमान का काम है।
भट्ट ने कहा विधानमंडल की बैठक होगी और पर्यवेक्षक मंथन करेंगे वोटिंग के जरिये विधायकों में से एक नाम तय होगा जिसकी रिपोर्ट केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जायेगी उसके बाद अंतिम मोहर वहीं से लगेगी।
मंत्री अजय भट्ट ने कहा मैं सीएम की रेस में कहीं से कहीं तक नहीं हूं क्योंकि पार्टी ने उनको बहुत सम्मान दिया है इसलिये कभी भी उन्होंने पद की लालसा नहीं रखी जहाँ जब जैसी जिम्मेदारी मिली उसको बखूबी निभाने का प्रयास किया।
हालाकि भाजपा राज्य में प्रचंड बहुमत के साँथ जीती है लेकिन पार्टी और आलाकमान के सामने मुश्किलें तब खड़ी हो गई जब अप्रत्याशित रुप से सीएम पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट से चुनाव हार गये उनके चुनाव हारने के साँथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर भी माथापच्ची शुरु हो गयी।
आपको बता दें कि पार्टी ने राज्य में चुनाव सीएम के रुप मे पुष्कर धामी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था लेकिन उनकी हार से सियासी समीकरण बदल गये लेकिन अब भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल कई नाम सीएम के लिये पुष्कर सिंह धामी की ही पैरवी कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री पद को लेकर किसके नाम पर मोहर लगाता है।