रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- महालेखाकार (A&E), उत्तराखण्ड कार्यालय द्वारा,राज्य सरकार के अधिकारियो, आहरण एवं संवितरण अधिकारियो, एवं कोषाधिकारियो की वित्तीय साक्षरता को समृद्ध करने के उद्देश्य से एक उच्चस्तरीय कार्यशाला नैनीताल क्लब, नैनीताल में आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जयन्त सिन्हा, उप नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक एवं अध्यक्ष, GASAB ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई तथा कार्यक्रम का नेतृत्व मोहम्मद परवेज़ आलम, महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), उत्तराखण्ड ने किया।
कार्यशाला में वरिष्ठ उप महालेखाकार, उप महालेखाकार, कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) , उत्तराखण्ड , देहरादून, जिलाधिकारी नैनीताल, अतिरिक्त आयुक्त कुमाऊँ मंडल, अतिरिक्त जिलाधिकारी नैनीताल, उप जिलाधिकारी, नैनीताल, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियो, कोषाधिकारियो, संबंधित आहरण एवं संवितरण अधिकारियो (DDOs) तथा संबंधित प्रभागीय लेखा अधिकारियो ने सहभागिता की।

कार्यक्रम के प्रारंभ में मोहम्मद परवेज़ आलम ने सभी गणमान्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया और अवगत कराया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य वित्तीय साक्षरता को सुदृढ़ करना, सामान्य भविष्य निधि (GPF) से संबंधित जागरूकता बढ़ाना, मिलान (reconciliation) प्रक्रियाओं में सुधार लाना तथा सरकारी लेखांकन में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।
उन्होंने यह भी अवगत कराया कि ऐसे क्षमता-विकास कार्यक्रम राज्य के विभिन्न जिलों में निरंतर आयोजित किए जाते रहेंगे।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि जयन्त सिन्हा, ने कहा कि आहरण एवं संवितरण अधिकारियो एवं कोषाधिकारियों द्वारा समयबद्ध एवं सटीक लेखांकन राज्य सरकार के वार्षिक लेखों की गुणवत्ता एवं विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने वित्त विभाग, कोषागार , आहरण एवं संवितरण अधिकारियो और महालेखाकार कार्यालय के बीच घनिष्ठ समन्वय को सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन के सुदृढ़ीकरण के लिए अनिवार्य बताया।
GPF (सामान्य भविष्य निधि) से संबंधित अनेक अंतिम भुगतान प्राधिकरण (Final Payment Authorities) एवं GPF आवंटन संख्याएँ, जयन्त सिन्हा, उप नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक एवं अध्यक्ष, GASAB द्वारा संबंधित अभिदाताओं को वितरित की गईं। इन्हें प्राप्त कर अभिदाताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की एवं महालेखाकार कार्यालय के प्रति आभार प्रकट किया।
इसके उपरांत लोकेश दताल, वरिष्ठ उप महालेखाकार, तथा एस.सी. ममगाई, उप महालेखाकार, सहित महालेखाकार कार्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वित्तीय नियमों, GPF प्रक्रियाओं, सामंजस्य संबंधी मुद्दों एवं त्रुटिरहित सरकारी लेखांकन के सर्वोत्तम तरीकों पर PowerPoint प्रस्तुतियाँ दी गईं।











