चुनावी पराजय के बाद यूकेडी का मंथन- एकता ही नहीं चुनाव चिन्ह भी नहीं बचा पाया दल- नेता बोले जिलेवार होगी समीक्षा

चुनावी पराजय के बाद यूकेडी का मंथन- एकता ही नहीं चुनाव चिन्ह भी नहीं बचा पाया दल- नेता बोले जिलेवार होगी समीक्षा

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में मिली चुनावी पराजय के बाद उत्तराखंड क्रांति दल का मंथन शुरु हो गया है।
नैनीताल में आज दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें हार व भितरघात के कारणों पर गहनता पूर्वक मंथन किया गया।
एकता ही नहीं बल्कि चुनाव चिन्ह गवाने वाले दल में पिछले करीब दो-तीन सालों में कई फाड़ हुवे है जिससे पार्टी कई हिस्सों में बंटती गई तो चुनाव चिन्ह भी गायब होते गये इन्ही तमाम चुनौतियों से निपटने के लिये दल एक बार फिर बिखरी पार्टी को एकजुट करने में जुट गई है।
इस मौके पर दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि चुनावी हार के बाद समीक्षा बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है पहले चरण में प्रांतीय नेताओं के साँथ संवाद होगा उसके बाद जिलेवार समीक्षा की जायेगी जिसमें प्रत्याशी सहित जिले के नेता मौजूद रहेंगे।

काशी सिंह ऐरी ने कहा कि इन समीक्षा बैठकों में दल के भावी कार्यक्रमों के साँथ ही संगठनात्मक चर्चा की जायेगी।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुवे कहा कि इस बार चुनावों के दौरान नेताओं ने जमकर पैसे बांटे और जनता को प्रलोभन दिये मगर इन सबके बीच चुनाव आयोग की भूमिका संदेहास्पद रही लिहाजा दल ने तय किया है कि वो अपनी एक स्पेशल फोर्स बनायेगा जो चुनावों के दौरान जो लोग गलत तरीके से आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं या फिर प्रलोभन देकर चुनाव प्रभावित करते हैं ऐसे सभी लोगों को पकड़ कर चुनाव आयोग को कार्यवाही के लिये बाध्य करेंगे।
ऐरी ने कहा कि दल चुनाव आयोग की शर्तों को पूरा करने में असफल रहा जिसकी वजह से चिन्ह रिजर्व किया गया है और जल्द ही दल को चुनाव चिन्ह मिल जायेगा।
इस मौके पर डीडी जोशी,पुष्पेश त्रिपाठी,मदन बगडवाल,देवेंद्र फर्त्याल,कुलदीप रावत, तेजपाल यादव व केशव कांडपाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड