रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- वैसे तो आजकल का जमाना बहुत बदल गया है बावजूद इसके पहले के समय में बड़े बुजुर्ग खुद तो अखबार पढ़ने में रुचि दिखाते ही थे साँथ-साँथ अपने बच्चों को भी अखबार पढ़ने की आदत पडवाते थे मगर आज समय बदलने के साँथ ही लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ में भी कई प्रकार के बदलाव जैसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,डिजिटल मीडिया व सोशल मीडिया हमारे सामने मौजूद हैं मगर प्रिंट मीडिया सबसे पुराना माध्यम है जिसको लोग आज भी बदलते दौर में बेहद पसंद करते हैं जिसका सबसे बड़ा उदाहरण नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष,रिटायर्ड शिक्षक श्याम नारायण(मासाब)।
श्याम नारायण किशोरावस्था (15 साल) की उम्र से अखबार पढ़ने का बड़ा शौक रखते हैं जिसको आज भी वो अपने जीवनकाल के 87 साल की उम्र तक जीवंत रखे हुवे हैं जो उनको बौद्धिक और सामाजिक रुप से सक्षम बनाता है।
अगर आपने कभी श्याम नारायण(मासाब) को बाजार में घूमते हुवे देखा हो तो उनके हाथों में अखबार जरूर देखा होगा इतना ही नहीं आपको मासाब रिक्शा स्टैण्ड या पंत पार्क में तल्लीनतापूर्वक पढ़ते हुवे भी नजर आते होंगे जो नई पीढ़ी को संदेश देने के साँथ ही व्यक्तित्व में निखार लाने का भी संदेश दे रहे हैं।
श्याम नारायण(मासाब) के आँखों का दो बार ऑपरेशन हुआ है और डॉक्टरों ने आँखों में लोड नहीं डालने की सलाह भी दी है बावजूद इसके मासाब में अखबार के प्रति ऐसा लगाव और ऐसी बेचैनी है कि वो बगैर अखबार पढ़े रह नहीं पाते हैं और घंटो-घंटों तक अखबार पढ़ने में तल्लीन हो जाते हैं।
श्याम नारायण बताते हैं कि अखबार ने उनको बहुत कुछ दिया दुनियाभर के ज्वलंत मुद्दों से रुबरु कराया और बौद्धिक व सामाजिक रुप से जागरुक कराया इसलिये उनके जीवन में अखबार ने बहुत बड़ा परिवर्तन किया है।