रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड में लगातार बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष को देखते हुवे वन एवं वन्यजीव विभाग विशेषज्ञों के साँथ मिलकर मानव-वन्यजीव संघर्ष विषयक पर कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है जिसमें पहले चरण में तकनीकी परामर्श किया जायेगा उसके बाद सामुदायिक भागीदारी,ग्राम पंचायतों की भूमिका एवं स्थानीय लोगों के सहयोग को सुनिश्चित किया जायेगा।
उत्तराखंड के गढ़वाल व कुमाऊं मंडल में इन दिनों मानव-वन्यजीव संघर्ष और तेंदुओं के हमलों के बढ़ते मामलों को लेकर विभागीय कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है सभी को मुस्तैदी के साँथ सतर्कता बरतने को भी कहा गया है ताकि बढ़ती घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके।
कुमाऊं मंडल में भी वन विभाग ने सतर्कता बरतते हुवे संभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने के साँथ ही पिजरों को लगाया गया है।
मुख्य वन संरक्षण पीके पात्रों ने बताया कि जाड़ो के दिनों मानव-वन्यजीव की घटनाओं में इजाफा होता है लिहाजा विभागीय स्तर पर सभी फील्ड कर्मचारियों को अलर्ट मोड़ में रखा गया है।
पात्रों ने बताया कि दिसम्बर महीने में इन्हीं तमाम सारी दिक्कतों को देखते हुवे कार्यशाला करने पर विचार किया जा रहा है जिसमें वन विभाग के साँथ ही देशभर के विशेषज्ञ आपस में मंथन कर इस समस्या पर तकनीकी परामर्श करेंगे उसके बाद आगे की रणनीति बनाई जायेगी।