रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- रामनगर वन प्रभाग के तहत आने वाले कालाढूंगी में सरीसृपों के लिये बनाया गया ईको ब्रिज विभागीय अनदेखी व देखरेख के अभाव में पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है आलम ये है कि अब ये ब्रिज केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया है क्योंकि जहाँ पर इस ब्रिज का निर्माण किया गया था वहाँ पर अब केवल वन विभाग का बोर्ड ही रह गया है बांकी लकड़ी का सारा सामान सड़ गल चुका है।
आपको बता दें कि सरीसृपों यानी रेंगकर चलने वाले जीवों को सड़क दुर्घटना से बचाने के लिये नैनीताल-कालाढूंगी रोड में रामनगर वन प्रभाग द्वारा वर्ष 2020 में करीब 110 मीटर लंबा और 1.5 मीटर चौड़ा ईको ब्रिज बनाया गया था जिसका मकसद सरीसृप प्रजाति के जीव बगैर अपनी जान जोखिम में डाले सहजता से जंगल के बीच गुजरने वाली सड़क को पार कर सके मगर आज ये ब्रिज देखरेख के अभाव में सड़ गल कर नष्ट हो गया है।
इस पूरे मामले में प्रभागीय वनाधिकारी दिगंध नायक का कहना है कि ईको ब्रिज को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरु किया गया था जो एक बार फिर से बनाया जायेगा जिसके लिये शासन से बजट की मांग की गई है।