रिपोर्ट- रामनगर ब्यूरो
रामनगर-(नैनीताल)- “छोड़ जमाने की फिक्र यार,चल किसी नुक्कड़ पे चाय पीते है”
“चाय” जिसके साथ हमारे दिन की शुरुआत होती है और दिन की शुरुआत में अगर तंदूर वाली कुल्हड़ चाय की मिठास जुबां पर आ जाये तो क्या कहना।
रामनगर के रिंगोड़ा गांव ने तंदूर वाली कुल्हड़ चाय से रोजगार के नये द्वार खोल दिये है आज रिंगोड़ा गांव की तंदूरी कुल्हड़ चाय देश भर में प्रसिद्ध है यहाँ तंदूर में कुल्हड़ गर्म करके रखी जाती है उसके बाद तंदूर में चाय बनाकर तांबे के छन्निनुमा पात्र से छानकर कुल्हड़ में गर्म-गर्म चाय पड़ोसी जाती है जिससे चाय में मिट्टी की सौंधी सुगंध के साथ तंदूर का स्वाद आता है जो लाजवाब होता है।
तंदूरी कुल्हड़ चाय दो प्रकार के फ्लेवर में बनती है एक चीनी वाली और एक गुड़ वाली।
इस नये प्रयोग ने रिंगोड़ा
गांव के कई लोगों को रोजगार से जोड़ दिया है और आज तंदूरी कुल्हड़ चाय रिंगोड़ा की पहचान बन गई है ये चाय स्वाद में तो लाजवाब है ही और इससे नुकसान भी नही है क्योंकि ये डिस्पोजल में नही कुल्हड़ में परोसी जाती है जो पर्यावरण मित्र है और इससे लोगों को दो तरह से रोजगार मिल रहा है चाय बनाने वाले को भी और कुम्हार को भी जो मिट्टी से कुल्हड़ तैयार करते है तो एक चाय की चुस्की में है स्वाद,सेहत और पर्यावरण संरक्षण।
आप भी अगर रामनगर कॉर्बेट की सैर पर आयें तो एक बार यहाँ की सर्द शाम में तंदूरी कुल्हड़ चाय का आनंद जरूर लें यकीन मानिये इसका स्वाद और मिट्टी की सौंधी सुगंध आपको लाजवाब कर देगी तो इस बार अगर रामनगर आयें तो तंदूरी कुल्हड़ चाय पीना ना भूलें यहाँ की सर्द शाम में तंदूरी कुल्हड़ चाय की चुस्की आपके टूर को यादगार बना देगी।