शोध टीम होगी रवाना- ग्लेशियर पर करेगी अध्ययन

शोध टीम होगी रवाना- ग्लेशियर पर करेगी अध्ययन

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड के सीमांत जिले चमोली के रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से आई प्राकृतिक आपदा के बाद से राज्य सरकार सहित तमाम एजेंसियां सक्रिय हो गई है और सभी अपने अपने प्रयासों से हिमालय की हलचलों को जानने में जुट गई है।

इसी कड़ी में कुमाऊं विश्व विद्यालय नैनीताल का भूगर्भ विज्ञान विभाग भी चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई प्राकृतिक आपदा के कारणों को गहनता से जानने व विस्तृत शोध करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने जा रहा है इसके लिये बकायदा वैज्ञानिकों की एक टीम मौके का जायजा लेकर हिमालयी हलचलों व मानव पर पड़ने वाले प्रभावों पर शोध करेगा जिसकी रिपोर्ट को आम जन के लिये पब्लिश भी किया जायेगा जिससे कि हिमालय के समीप रहने वाले लोगों को पूरी जानकारी मिल सके।

कुमाऊं विश्व विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एन के जोशी ने कहा कि चमोली की घटना बेहद दुखद है और इस प्राकृतिक आपदा पर विस्तृत शोध की जरूरत को महसूस भी किया जा रहा है और जल्द ही भूगर्भ विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ एक बैठक कर 5 सदस्यीय टीम को मौका मुआयना करने के लिये भेजा जायेगा उसके बाद हिमालय पर हो रही तमाम हलचलों का विस्तृत शोध किया जायेगा।
कुलपति ने कहा कि विश्व विद्यालय के पास विषय विशेषज्ञों की कोई कमी नही है लिहाजा उन सभी विशेषज्ञों को साथ लेकर मंथन कर एक बड़ा शोध किया जायेगा जो आने वाले समय के लिये काफी हद तक फायदेमंद होगा।

उत्तराखंड