होलिका दहन में मुख्य न्यायाधीश

होलिका दहन में मुख्य न्यायाधीश

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रिपोर्ट- संतोष बोरा
नैनीताल- पुराणों के अनुसार दानवराज हिरण्यकश्यप ने जब देखा कि उसका पुत्र प्रह्लाद सिवाय विष्णु भगवान के किसी अन्य को नहीं भजता तो वह क्रुद्ध हो उठा और अंततः उसने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया कि वह प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए क्योंकि होलिका को वरदान प्राप्त था कि उसे अग्नि नुक़सान नहीं पहुंचा सकती किन्तु हुआ इसके ठीक विपरीत होलिका जलकर भस्म हो गई और भक्त प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ इसी घटना की याद में इस दिन होलिका दहन करने का विधान है।

सरोवर नगरी नैनीताल में श्री राम सेवक सभा द्वारा आयोजित 25वां फागोत्सव के तहत रविवार को राम सेवक सभा प्रांगण में देर शाम होलिका दहन किया गया जिसमें हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आर एस चौहान मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे।
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इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने सभी देश व प्रदेश वासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोविड-19 का अनुपालन करते हुए सभी को होली का पर्व मनाना चाहिए जिससे कि सभी का जीवन सुरक्षित रहे।

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