रिपोर्ट- हरेंद्र नेगी सीनियर रिपोर्टर
केदारनाथ धाम- द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर मेष लग्न में खोल दिये गये हैं। केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने केदारनाथ के कपाट खोले और कपाट खुलने के बाद पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम की गई। कपाट खुलने के दौरान देव स्थानम बोर्ड के अधिकारी एवं कर्मचारियों के अलावा प्रशासन के कुछ अधिकारी.कर्मचारी व पुलिस के जवान मौजूद रहे। कोरोना वायरस के चलते बाबा केदार के भक्तों को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी गई। कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर को 10 कुंतल फूलों से सजाया गया था।
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ भगवान के कपाट इस यात्रा वर्ष में मेष लग्नए पुनर्वसु नक्षत्र में आज प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर विधि.विधान से खोले गये। प्रातः तीन बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए। मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई। भैरवनाथ जी का आह्वान किया गया। ठीक प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गये। कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीण्डीण्सिंहए तहसीलदार जयबीर राम बधाणी एवं पुलिस चैकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे। पुजारी शिवशंकर लिंग ने रूद्राभिषेक एवं जलाभिषेक पूजा संपन्न की भगवान केदारनाथ जी का जलाभिषेक किया गया।
कपाट खुलने के पश्चात सर्व प्रथम देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी।
बता दें कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर यात्राओं की अनुमति नहीं है अभी केवल कपाट खोले जा रहे हैंए ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके। कपाट खुलने के उपलक्ष्य में ऋषिकेश के दानीदाता सतीश कालड़ा द्वारा केदारनाथ मंदिर को दस क्विंटल गैंदाए गुलाब एवं अन्य फूलों से सजाया गया था। रात्रि को मंदिर बिजली की रोशनी से जगमगा रहा था। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान पिछले वर्षों की भांति सेना का बेंड शामिल नहीं हुआ तथा बेहद सादगी पूर्वक मंदिर के कपाट खुले।
केदारनाथ धाम के राॅवल भीमाशंकर लिंग उखीमठ में चैदह दिनों के क्वारंटीन में हैं। जिस कारण उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है।
कपाट खुलने के अवसर पर बाबा केदार के दरबार में हजारों भक्तों का हुजूम उमड़ता थाए लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते बाबा केदार के भक्त बाबा के दर्शन करने से वंचित रह गये। कोरोना वायरस के कारण फिलहाल किसी को भी केदारनाथ धाम में जाने की अनुमति नहीं है। कपाट खोलने के अवसर पर भी सोशल डिस्टेंसी का पालन किया गया। पिछले वर्ष पूरे सीजन में रिकार्ड दस लाख से अधिक भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किये थे और अकेले कपाट खुलने के दिन रिकार्ड 25 हजार से अधिक भक्त कपाट खुलने के साक्षी बने थेए लेकिन कोराना वायरस के चलते इस बार ऐसा नहीं हो पाया है।