Exclusive- नमक घाटी के रुप में काकड़ीघाट को मिली नई पहचान

Exclusive- नमक घाटी के रुप में काकड़ीघाट को मिली नई पहचान

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- हमारी परम्पराओं में “मीठा” शुभ शुरुआत का प्रतीक माना जाता है लेकिन आज हम आपको “नमक” से कई लोगों के जीवन में मिठास घोलने वाले व्यक्तित्व से मिला रहे है जिन्होंने काकड़ीघाट में नमक से तकदीर बदल दी है और ये (Salty Man) बन गया (Youth Icon)।

हम बात कर रहे है संदीप पाण्डे की मूल रुप से हल्द्वानी निवासी संदीप ने अपने दो साथियों सौरभ पंत व योगेन्द्र सिंह चुफाल के साथ मिलकर नैनीताल अल्मोड़ा सीमा पर काकड़ीघाट में अपनी संस्था हिमालयन

फ्लेवर्स के तहत “पहाड़ी पिसी नूण” पर काम करना शुरु किया करीब 7 साल पहले शुरु इस मुहीम को आज पंख लग गये है यहाँ पर वर्तमान में 52 फ्लेवर्स में सिलबट्टे में पीसकर नमक तैयार किया जा रहा है नमक के इन फ्लेवर्स में जहाँ सिलबट्टे का स्वाद है वहीं पहाड़ी जड़ी बूटियों की सुगंध भी जो स्वास्थ्य और स्वाद हर दृष्टिकोण से लाजवाब है।

और सबसे सकारात्मक पहलू इन युवाओं ने यहाँ पर उन महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है जो रोजगार के अभाव में सड़कों पर मजदूरी करने को मजबूर थी।

उच्च शिक्षा प्राप्त इन युवाओं ने शहर की भीड़-भाड़ से दूर इस घाटी में रोजगार के द्वार खोलकर कई परिवारों की तकदीर बदल दी है।
हिमालयन फ्लेवर्स संस्था के सचिव संदीप पाण्डे के मुताबिक उनका धेय विश्व पटल पर “नमक” के रुप में उत्तराखंड को नई पहचान दिलाने की है और इस घाटी से शुरु कर इसे और विस्तार देना चाहते है ताकि इसके माध्यम से महिलायें रोजगार से जुड़े और पहाड़ों की आर्थिकी भी मजबूत हो और जीवन स्तर भी सुधरे।

काकड़ीघाट में कुमाऊं मंडल विकास निगम के पर्यटक सूचना केंद्र में उन्होंने ये काम शुरु किया लेकिन जगह की कमी के चलते वो हर घर को रोजगार से नही जोड़ पा रहे है यदि निगम अपनी खाली पड़ी जगह इन युवाओं को आवंटित करा दे तो इनके सपनों को उड़ान मिल जायेगी।

संदीप और उनके साथियों का सपना इस क्षेत्र में हर हाथ को रोजगार देने का है और अपने सपने को मूर्त रुप देने के लिये ये दिनरात मेहनत कर रहे है इनकी मेहनत व जज्बे को हम सलाम करते है।
भले ही मुश्किलें आती रहे पर इनके हौंसले यही कहते है……
“वाकिफ कहाँ जमाना हमारी उड़ान से।
वो और थे जो हार गये आसमान से”।।।

उत्तराखंड