आत्मनिर्भर किसान- उत्तराखंड में मशरूम की खेती और इसका बढ़ता रकबा- नैनीताल के भीमताल में बनेगी मशरूम के बीज बनाने वाली लैब- किसानों को मिलेगा फायदा

आत्मनिर्भर किसान- उत्तराखंड में मशरूम की खेती और इसका बढ़ता रकबा- नैनीताल के भीमताल में बनेगी मशरूम के बीज बनाने वाली लैब- किसानों को मिलेगा फायदा

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड में मशरूम की खेती और इसका रकबा बढ़ता ही जा रहा है बड़े-बड़े शहरों में मशरूम की मांग भी बढ़ती जा रही है इसलिये पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों के किसान अतिरिक्त आमदनी के लिये खेती-किसानी के साँथ-साँथ मशरूम का उत्पादन भी कर रहे हैं।
इतना ही नही सरकारी स्तर पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये मशरूम की इकाईयां लगाने के लिये भी प्रेरित किया जा रहा है।
नैनीताल के भीमताल विकास भवन में मशरूम के बीज बनाने वाली लैब भी तैयार की जा रही है जिससे की किसानों को बीज के लिये इधर-उधर भटकना ना पड़े और लैब में मशरूम के अच्छे बीज तैयार कर किसानों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जा सके।

जिले के मुख्य विकास अधिकारी संदीप तिवारी के मुताबिक विकास भवन स्थित उद्यान विभाग की भूमि पर करीब 30 लाख की लागत से लैब तैयार करने की योजना है इसके अलावा मशरूम उत्पादन को और अधिक बढ़ावा मिले इसके लिये किसानों को सब्सिडी पर कंपोस्ट खाद और प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
सीडीओ तिवारी ने कहा पहाड़ मशरूम गांव के रुप विकसित हों इसको लेकर हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं जिले के कई गांवों को चिन्हित भी किया गया है जहाँ किसानों को उच्च गुणवत्तायुक्त मशरूम यूनिट भी दी जायेगी।

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