उत्तराखंड में नही चलेगा दिल्ली का फार्मूला

Spread the love

रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- उत्तराखंड में कोरोना के बीच चुनावी रंग भी चढ़ने लगा है और हर कोई दल चुनावी समर में जाने के साथ ही सियासी विसात बिछाने में जुट गया है इस बीच आरोप प्रत्यारोप की सियासत भी जोर पकड़ने लगी है।
इसी कड़ी में आमरण अनशन पर बैठे नैनीताल नगर पालिका के अध्यक्ष सचिन नेगी को समर्थन देने पहुँचे कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणजीत रावत ने राज्य की बीजेपी सरकार पर जुबानी हमला करते हुवे पक्षपात की सियासत करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में सरकार नाम की चीज ही नही है इनके कामों से जनता असंतुष्ट है।

आम आदमी पार्टी की उत्तराखंड में दस्तक से होने वाले नुकसान के सवाल का जवाब देते हुवे रावत ने कहा कि पिछली बार भी आप ने अपनी किश्मत आजमाई थी मगर खाता तक नही खोल पाई और आने वाले चुनावों में भी वो अपनी उपस्तिथि दर्ज नही कर पायेगी उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जो भी मुद्दे होते है वो राष्ट्रीय मुद्दों से प्रभावित रहते है और यहाँ की भौगोलिक स्तिथि दिल्ली से भिन्न है यहाँ विकास कार्यो में लागत ज्यादा होती है और आय के श्रोत बहुत कम है इसलिये दिल्ली और उत्तराखंड के विकास को देखेंगे तो ये एक दूसरे के विपरीत है लिहाजा राज्य में दिल्ली का फॉमूला चल ही नही सकता इसी लिये पिछले चुनाव में जनता ने आप को नकारा था और इस बार भी जनता आप को नकार देगी उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में सिर्फ कांग्रेस व बीजेपी के बीच ही मुकाबला होगा और कांग्रेस जनआकांक्षाओ की लड़ाई लड़ रही है इसलिये जनता कांग्रेस को चुनेगी और कांग्रेस एक बार फिर से विकास के एजेंडे के साथ ही सत्ता पर काबिज होगी।