रिपोर्ट- राजू पाण्डे
नैनीताल- “अपने लिये जिये तो क्या जिये,तू जी ए दिल जमाने के लिये” इस गीत के बोलों को सार्थकता देते बीडी पाण्डे जिला चिकित्सालय में कनिष्ठ लिपिक पद पर तैनात जगदीश किरोला। किरोला जी जितनी निष्ठा से अपनी ड्यूटी निभाते है उसी निष्ठा से वो समाज के प्रति भी समर्पित है।
किरोला जी को भले ही कम लोग जानते हों लेकिन अस्पताल परिसर में खिली फुलवारी के हर फूल में उनकी मुस्कान है परिसर को हरा भरा बनाने वाले किरोला जी इन दिनों कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे है किरोला जी सुबह सवेरे अपने घर से थर्मस में चाय बनाकर लाते है और अस्पताल में सबको पिलाते है जो अपने अपने घरों से दूर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे है।
इतना ही नही वो एक थर्मस में चीनी वाली चाय और एक थर्मस में बगैर चीनी वाली अदरक काली मिर्च से भरपूर इम्यूनिटी वाली चाय लाते है और सबको तरोताजा करते है।
बिना किसी चाह के ये पिछले 2 माह से अस्पताल के हर कर्मचारी और तीमारदारों को चाय पिला रहे है।
आज पूरे अस्पताल में डॉक्टर्स से लेकर नर्स अन्य स्टाफ और तीमारदारों को उनकी चाय का इंतजार रहता है जिसमे लगन,निष्ठा,मेहनत और अपनेपन का स्वाद है ऐसे कोरोना योद्धा को हम दिल से सलाम करते है।