रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- 21 जून को लगने वाले वलयाकार एवं आंशिक सूर्य ग्रहण होने के कारण खगोलीय और धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है कल यानी दिन रविवार को आषाढ़ मास के अमावस्या के मृगासिरा और आद्रा नक्षत्र एवं मिथुन राशि मे लग रहा है इसी दुर्लभ संयोग के कारण यह सूर्य ग्रहण खास बनने जा रहा है इसके अलावा ये वैज्ञानिक नजरिये से भी बहुत खास है लिहाजा इस अद्भुत खगोलीय घटना की अहम जानकारियों को छात्रों व आम जन मानस तक पहुँचाने के लिये नैनीताल का आर्य भट्ट एवं शोध संस्थान(एरीज)पहली बार कोरोना काल में फेस बुक,यूट्यूब व जूम एप्प के जरिये ऑन लाइन घर बैठे दृश्यांकन करने जा रहा है इसके लिये बकायदा एरीज के वैज्ञानिकों ने पूरी तैयारियां भी कर ली है।
एरीज के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ शशिभूषण पाण्डे के मुताबिक ये एक अद्भुत खगोलीय घटना है इसको विस्तृत अध्ययन करने व इससे जुड़ी तमाम जानकारियों को जानने के लिये पहली बार ऑन लाइन का सहारा लिया जा रहा है इसके पीछे मकसद साफ है कि कोरोना संकट काल मे सामाजिक दूरी बनी रहे और विद्यार्थी इस खगोलीय घटना से वंचित ना हो इसको ध्यान में रखते हुवे ये निर्णय लिया गया है इसके साथ ही डॉ पाण्डे ने कहा कि उत्तराखंड में यह वलयाकार व आंशिक दिखाई देगा जो चमोली व देहरादून से होकर गुजरेगा उसके बाद ये अद्भुत खगोलीय घटना का दृश्यांकन 2031 में होगा।
अगर आप भी इस खगोलीय घटना के साक्षी बनना चाहते है या फिर इसकी जानकारी जुटाना चाहते है तो आप भी हो जाये तैयार और सीधे जुड़े एरीज के फेस बुक,यूट्यूब व जूम एप्प से।