नैनीताल में खड़ी होली की धूम- नयना देवी प्रांगण में होल्यारों ने बांधा समा

नैनीताल में खड़ी होली की धूम- नयना देवी प्रांगण में होल्यारों ने बांधा समा

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- सफेद कुर्ता,चूड़ीदार पैजामा और सिर में टोपी पहनकर अबीर,गुलाब से सना होल्यार और फिजाओं में गूंजते होली के स्वर जो तन,मन प्रफुल्लित कर रहे हैं नयना देवी मंदिर के प्रांगण में जब कुमाऊं भर से आये होल्यारों ने इस लोक विधा का मंचन किया तो पूरा शहर होली के रंगों में इसके उत्साह में सरोबार हो गया।

कुमाऊं में खड़ी होली का गौरवशाली इतिहास रहा है ऐसा माना जाता है कि कत्यूर व चंद शासकों के समय से यहाँ खड़ी होली प्रचलन में है। वैसे तो कुमाऊं में खड़ी होली,बैठ होली और महिला होली तीनों का ही विशेष महत्व है पर खड़ी होली इसलिये विशिष्ट हो जाती है क्योंकि इसमें गायन के साथ-साथ नर्तन भी है गायन और रागों के उतार चढ़ाव के साथ कदमों की ताल यानी गायन शैली के साथ कदमों की लय भी बदलती रहती है जो इसे विशिष्टठता देती है।
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कदमों की ताल और लयबद्ध संगीत के साथ परम्पराओं व लोकरंगों से सरोबार होल्यार स्वास्थ्य और समृद्धि दोनों का प्रतीक होता है।
इस वर्ष की होली इसलिये भी विशेष है कि कोरोना जैसी आपदा का सामना कर रहे लोग सुरक्षा के साथ होली मना रहे है और ये संदेश भी दे रहे है कि कैसे उत्साह कम किये बिना सुरक्षित रहकर रंगपर्व मनाया जाये।।।

उत्तराखंड