रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- “बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है,
प्यार के दो तार से संसार बाँधा है”
रक्षा बंधन का ये गीत भाई बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है लेकिन आज की बहनें भाई की कलाई में प्यार के साथ ही बाँध रही है सुरक्षा।
कोरोना का असर रक्षाबंधन के त्योहार पर भी पड़ा है लेकिन कोरोना जीवन की रफ्तार को थाम नही सकता क्योंकि जीवन चलने का नाम है और लोग विपरीत परिस्थितियो में भी जीने की कला सीख ही लेते है।
नैनीताल में भी कुछ छात्राओं में राखी में प्यार सम्मान और ढ़ेर सारे जज्बातों के साथ पिरो दी है सुरक्षा। परंपरागत औषधीय एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर हल्दी,राई और कपूर आदि चीजों से छात्राओं ने राखियां तैयार की है जो राखी भाई की कलाई पर सजेगी तो सुरक्षा का वादा तो लेगी ही साथ ही ये सेनेटाइजर का काम भी करेगी।
डीएसबी परिसर की छात्रायें श्वेता राणा,दिव्या साह और ऋचा पाण्डे ने प्रोफेसर अतुल जोशी के निर्देशन में ये काम किया प्रो० जोशी स्पर्श गंगा अभियान के समन्वयक भी है और छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार की दिशा में बड़ने की प्रेरणा भी देते है।
छात्रायें भी हर्बल राखियां तैयार कर बेहद खुश है और लोगों को इन्हें इस संदेश के साथ मुफ्त में दे रही है कि वो चाइनीज राखियों का बहिष्कार करें और अपने हाथों से तैयार हर्बल और एंटी वैक्टीरियल राखियां अपने भाईयों की कलाई पर बांधे जो इस अटूट बंधन को सुरक्षित भी रखेगा मजबूत भी।।।।