राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने आयुष मंत्री से की मुलाकात

राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने आयुष मंत्री से की मुलाकात

Spread the love

रिपोर्ट- देहरादून ब्यूरो
देहरादून- राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के आयुष मंत्री से मुलाकात कर अपनी लंबित मांगों के सम्बन्ध में वार्ता की।
राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उत्तराखंड, पंजीकृत के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ डी सी पसबोला ने बताया गया कि डॉ हरक सिंह रावत जी को पुन: आयुष मंत्री बनने पर बधाई देने के साथ संघ की पांच लंबित मांगों पर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।
[banner caption_position=”bottom” theme=”default_style” height=”auto” width=”100_percent” group=”banner” count=”-1″ transition=”fade” timer=”4000″ auto_height=”0″ show_caption=”1″ show_cta_button=”1″ use_image_tag=”1″]
उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सकों का डीएसीपी प्रकरण वर्षों से लंबित हैं। एलोपैथिक चिकित्सकों की तरह आयुष चिकित्सकों को भी 15 प्रतिशत के स्थान पर 20 प्रतिशत एनपीए दिया जाना जरूरी है। आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाओं के लिए नियमावली बनाए जाने के साथ ऐलोपैथी चिकित्सकों की भांति ही कोरोना महामारी में योगदान देने वाले चिकित्साधिकारियों, कार्मिकों को प्रोत्साहन राशि एवं सम्मान पत्र दिया जाए। पुरानी पेंशन बहाली पर भी चर्चा की गयी। तथा आयुष चिकित्सकों की सभी मांगो पर आयुष मंत्री द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गयी
प्रतिनिधिमंडल में डॉ पसबोला, प्रदेश सह संयोजक डॉ धीरेन्द्र सिंह कैंन्तुरा एवं प्रान्तीय उपाध्यक्ष डॉ० अजय चमोला मौजूद रहे।

उत्तराखंड