रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- शराब को लेकर इन दिनों उत्तराखंड के आम जनमानस व व्यापारियों में रोष व्याप्त है।
दरअसल कोरोना के बड़ते मामलों को देखते हुवे उत्तराखंड के नैनीताल,हरिद्वार,देहरादून व उधमसिंहनगर में वीकेंड पर दो दिनों का लॉकडाउन किया जा रहा है लेकिन शराब की दुकानों पर लॉकडाउन लागू नही है यानी शराब की दुकानें खुली रहेंगी सरकार की इस पॉलिसी का व्यापारी विरोध कर रहे है और सरकार का तर्क है कि रेवन्यू के लिये शराब की दुकानों को खोला जा रहा है मतलब साफ भले ही आपको वीकेंड पर किसी नुक्कड़ पर चाय नही मिल सकती लेकिन शहर की हर गली पर आपको शराब जरुर मिल जायेगी।
अब नैनीताल के व्यापारी खुलकर वीकेंड लॉकडाउन के विरोध में उतर गये है व्यापारियों का कहना है कि जब शराब की दुकानें खुली है तो उनके प्रतिष्ठान क्यों बंद किये जा रहे है जबकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा व्यापार से भी सरकारी कोष में जाता है तो ऐसे में व्यापारियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों?
इस बारे में जब नैनीताल सांसद व वरिष्ठ बीजेपी नेता अजय भट्ट से वार्ता की गई तो उन्होंने यही कहा कि सरकार पर शराब कारोबारियों का काफी ड्यूज है और सरकार को बकाया लौटाना भी पड़ सकता है और राजस्व की कमी को दूर करने के लिये शराब की दुकानों को खोला गया है।
सरकार की मंशा साफ है कि मदिरालय खुले रहेंगे अब देखना ये है कि क्या व्यापारियों का विरोध सरकार का फैसला बदल पायेगा?