राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखंड का लोकपर्व

राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखंड का लोकपर्व

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रिपोर्ट- नैनीताल
नैनीताल- “फूलदेई छम्मा देई,जतुल देला उतुकै सही,दैणी द्वार,भर भकार” जी हां ये लोक पर्व है जो उत्तराखंड की संस्कृति परम्परा और उसके प्रकृति प्रेम को दर्शाता है।


चैत्र मास के पहले दिन मनाया जाने वाला लोकपर्व फूलदेई भी प्रकृति का आभार प्रकट करने वाला पर्व है जब बच्चे घर-घर जाकर फूल और चावल से धेली(मुख्य द्वार) की पूजा करते है और उस घर की खुशहाली की कामना करते है और उस घर से उन्हें गुड़ चावल दिया जाता है।
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वक्त बदला,समाज बदला लेकिन ये परम्परा आज भी जीवंत है और न केवल जीवंत है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर लोग इस पर्व को जानने लगे है।
आज देश के गृहमंत्री अमित साह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तराखंड वासियों को ट्वीट के जरिये लोकपर्व फूलदेई की बधाई व शुभकामनाएं दी।


हमारा लोकपर्व धीरे-धीरे राष्ट्रीय फलक पर भी अपनी चमक बिखेर रहे है और ये हमारे लिये गौरव की बात है कि ऐसी परम्परा का हिस्सा है जहाँ सदियों से प्रकृति को सर्वोच्च स्थान दिया जाता है।

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