सरकार का ‘रामबाण’- कलयुग में राम करेंगे उद्धार

Spread the love

रिपोर्ट- निखिल बंसल(गाजियाबाद)
गाजियाबाद- विश्व में महामारी बनकर फैल रहे कोरोना वायरस ने भारत को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। सरकार के 21 दिन के लॉकडाउन के ऐलान के बाद पूरा देश घरों के अंदर है और सरकार के आदेश का पालन कर रहा है। ऐसे में सभी के सामने एक सबसे बड़ी समस्या सारे दिन घर में रहकर समय व्यतीत करने की है। देशवासियों की इस समस्या को भी सरकार ने समझा है और देश को पुरानी यादें फिर से संजोने का मौका देने का मन बनाया है। सरकार ने 90 के दशक का सबसे लोकप्रिय और हर घर का खास धारावाहिक रामायण फिर से देशवासियों के सामने लाने का फैसला किया है। 28 मार्च यानि शनिवार से सरकार रामानंद सागर के रामायण धारावाहिक को फिर से प्रसारित करेगी। शनिवार से पुन:प्रसारित हो रहे रामायण को सुबह 9 बजे और रात 9 बजे दूरदर्शन पर दिखाया जाएगा।
आपको बता दें कि आपके अपने प्रदेश उत्तराखंड का रामायण से गहरा नाता है। रावण के पुत्र मेघनाथ से युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण जी मूर्छित हो गये थे, उस वक्त जिस संजीवनी बूटी ने उन्हें जीवन दिया था वह उत्तराखंड से ही गई थी। मान्यताओं के अनुसार जब राम भक्त हनुमान संजीवनी बूटी लेने निकले तो वह उत्तराखंड के द्रोणगिरि पहुंचे। यहां जब हनुमान जी संजीवनी बूटी की पहचान नहीं कर पाये तो वह पूरे पर्वत को ही अपने साथ उठाकर ले गए। जिसके बाद लक्ष्मण जी के प्राण वापस लौटे।
28 मार्च 2020 से अब यह गाथा फिर एक बार मशहूर धारावाहिक रामायण के जरिए लोगों के बीच होगी। सरकार की यह कोशिश निश्चित रूप से लोगों को 90 के दशक की तो याद दिलाएगी ही, लॉकडाउन के समय में उनको घर में परिवार के साथ समय व्यतीत करने में भी मददगार होगी।