रिपोर्ट- राजू पाण्डे
नैनीताल- सोशल मीडिया कभी-कभी लोगों को बड़ी-बड़ी मुसीबतों से उबार लाती है ये वो असीमित संसार है जहाँ अच्छाई बुराई सब है लेकिन जो लोग इसका बेहतर उपयोग जानते है ये कैसे उनको राह दिखाती है इसका ताजा उदाहरण बने लोहाघाट के पांच युवा।
हम आपको कोई कहानी नही सुना रहे बल्कि ये लॉकडाउन में फंसे उन युवाओं की हकीकत है जो कुमाऊं यूनिवर्सिटी किसी काम से आये थे और लॉकडाउन के चलते 22 मार्च से नैनीताल ही फंस गये जैसे-तैसे यार दोस्तों के साथ रहे जब इन्हें घर पहुंचने की कोई राह नही दिखी,उम्मीद चारों ओर से घुमिल हो गई तो इन्होंने फेस बुक पर पोस्ट के माध्यम से मदद मांगी शायद इतनी ठोकरों के बाद किस्मत को इन पर दया आ गई और उस पोस्ट पर एसडीएम विनोद कुमार की नजर पड़ गई जो संयोग से लोहाघाट के ही मूल निवासी है।
एसडीएम विनोद कुमार ने तुरंत उक्त युवकों से संपर्क साधा और मदद का भरोसा दिलाया और आज सभी को उनके घर भेजा।
एसडीएम विनोद कुमार बताते है वो डीएम सविन बंसल की कार्यशैली और उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाने की कोशिश करते है और उक्त युवाओं को उनके घर पहुँचाना इसी का प्रयास है।।।।