रिपोर्ट- राजू पाण्डे
नैनीताल- घोड़ो में होने वाली खतरनाक बीमारी ग्लैंडर वायरस नैनीताल तक पहुंच गया है और इसकी वजह से अभी तक उपचार के दौरान 4 घोड़ो की मौत भी हो चुकी है।
घोड़ो में होने वाली ये जानलेवा बीमारी इंसानों पर भी सीधा प्रभाव डालती है इंसान इस बीमारी से प्रभावित ना हो इसके लिये पशु पालन विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है और नैनीताल के देवता गांव सहित पूरे मंडल में घोड़ो की सैंपलिंग कर रिपोर्ट राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार भेजी जा रही है तांकि ये जानलेवा बीमारी जानवरो के साथ ही इंसानों तक ना पहुंचे।
इसके अलावा अश्व पालको के ब्लड सैम्पल ग्लैंडर्स जांच के लिये अस्पतालों को भेजे जा रहे है।
ग्लैंडर बरखेलडेरिया मेलिआई जीवाणु रहित रोग है जो घोड़ो के बाद इंसानों व स्तनधारी पशुओं में फैलता है नोटिफाइएबल है जिसको जेनोटिक रोगो की श्रेणी में रखा गया संक्रमण जो नाक,मुंह के म्यूकोसल सरफेस और सांस से होता है। घोड़े,खच्चर और गधों के शरीर की गांठो में इंफेक्शन और पस बन जाता है जिसकी वजह से जानवर उठ नही पाता शरीर में सूजन आ जाती है इस बीमारी की चपेट में आने से जानवर की मौत हो जाती है।
घोड़ो में ग्लैंडर वायरस की पुष्टि होने के बाद से नैनीताल पशु पालन विभाग अलर्ट हो गया है और टीमें तैयार कर ली गई है जो गांव गांव में जाकर घोड़ो के सैम्पलिंग कर रही है और जो इनको पालते है या जो इनको चलाते है उनके भी ब्लड सैम्पल लिये जा रहे है जिससे कि इंसान प्रभावित ना हो और समय रहते उचित उपचार किया जा सके इसके साथ पशु पालकों को मास्क पहनने को भी कहा जा रहा है जिससे कि संक्रमण हावी ना हो।
इसके अलावा विभाग की तरफ से सभी पशु पालकों को एडवाइजरी भी जारी कर दी है जिसमे कहा गया है कि हाल फिलहाल पशुओं की खरीद फरोख्त ना करे।